***** Hindi Shayari *****
कश्ती के मुसाफिर ने समन्दर नहीं देखा,
आँखों को देखा पर दिल मे उतर कर नहीं देखा,
पत्थर समझते है मेरे चाहने वाले मुझे,
हम तो मोम है किसी ने छूकर नहीं देखा।
आँखों को देखा पर दिल मे उतर कर नहीं देखा,
पत्थर समझते है मेरे चाहने वाले मुझे,
हम तो मोम है किसी ने छूकर नहीं देखा।
***** Hindi Love Shayari *****
रंजिश ही सही दिल को दुखाने के लिए आ,
आ फिर से मुझे छोड़ जाने के लिए आ,
कुछ तो मेरे इश्क़ का रहने दे भरम,
तू भी तो कभी मुझे मनाने के लिए आ।
आ फिर से मुझे छोड़ जाने के लिए आ,
कुछ तो मेरे इश्क़ का रहने दे भरम,
तू भी तो कभी मुझे मनाने के लिए आ।
